इंडिया : भारत से बेवजह दुश्मनी मोल लेने वाले देश तुर्की को अब अपने फैसले पर फिर से सोचना होगा पाकिस्तान से समर्थन लेकर तुर्की जैसे देश सऊदी अरब को काउंटर करना चाहते थे खुद इस्लामिक खलीफा बनना चाहते थे परमाणु तकनीक की लालच में तुर्की ने अब अपनी ही पैर पर कुल्हाड़ी मारना कश्मीर के मुद्दे पर ज्ञान देने चले आए तुर्की को अब भारत की काउंटर अटैक के लिए तैयार रहना पड़ेगा
ग्रीस और भारत रक्षा संबंधों और विकसित करने का फैसला किया
क्योंकि भारत ने एक ऐसे देश के साथ रक्षा संबंधों को विकसित करने का फैसला किया है जिसके नाम से ही तुर्की की सांसो ऊपर नीचे होने लगती है हम बात कर रहे हैं ग्रीस कि भारत ने ग्रीस के साथ एक बड़ा दांव चला है पाकिस्तान और तुर्की के परवान चढ़ते प्यार को जमीन पर लाने के लिए भारत ने अपनी डिप्लोमेटिक घोड़े तेजी खोले और इस एक दाव से तुर्की क्यों परेशान होगा ये हम आप को आगे बताएंगे। लेकिन सबसे पहले भारत के दाव को समझिये
25 मई को ग्रीस में एक बड़ी मुलाकात होती है यह मुलाकात हुई भारत के रक्षा अटैशे कर्नल अनुपम आशीष और ग्रीस के नागरिक सुरक्षा अंतरराष्ट्रीय संबंध महानिदेशालय के जनरल डायरेक्टर डॉक्टर डॉ. कॉन्स्टेंटिनो पी बालोमेनोस के बीच और इसी मुलाकात में दोनों देश एक पन्ने पर आते दिखे क्योंकि दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पहले से भी रहे हैं
उसे और मजबूती देने की बात इस मुलाकात में बनी है इस मुलाकात पर न सिर्फ भारत बल्कि ग्रीस की मीडिया की भी नजर थी ग्रीस की मीडिया इस बैठक को लेकर कई अहम जानकारी दे रही है उसे बताया है कि दोनों देशों के बीच क्या कुछ सहमति बनी है इस दौरान दोनों देशों के कॉमन इंटरेस्ट को लेकर बातचीत हुई है
मिलिट्री ट्रेनिंग बढ़ाने पर भारत और ग्रीश दोनों देश देंगे जोर
दोनों देश मिलिट्री ट्रेनिंग पर किए जा रहे हैं सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए हैं इसमें भारत ग्रीस के अलावा दूसरे देशों के साथ मिलाकर सैन्य अभ्यास मिलिट्री एकेडमी ट्रेनिंग, हाइब्रिड वॉर, के खतरों से निपटने पर भी चर्चा हुई है दोनों अधिकारियों ने प्रत्येक देश के सामने परस्पर सुरक्षा और स्थिरता की चुनौतियों पर भी चर्चा की है
इसके अलावा दोनों देशों के बीच यूरोपीय संघ के बारे में सामान्य हित के मुद्दों पर बातचीत हुई इसके साथ ही दोनों देशो साथी साथ क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के ढांचे में ग्रीस और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने पर जोर दिया।
तुर्की को तगड़ा झटका दे रहा है भारत
अब तुर्की क्यों परेशान होगा यह समझिए तुर्की और ग्रीस की दुश्मनी पुरानी है लेकिन इस्लामिक देश का खलीफा बनने के चक्कर में तुर्की के राष्ट्रपति और दान में ग्रीस की समुद्री सीमा को मारने से खारिज कर दिया दरअसल एक तरफ तुर्की और दूसरी तरफ एग्री बीच में है मेडिटरेनियन सी जिसे हम भूमध्य सागर कहते हैं मेडिटेरियन सी में दबदबे को लेकर ही दोनों देशों के बीच झगड़ा चल रहा है यहां समुद्र में गैस के भंडार है और झगड़ा इस बात का है
कि समुद्र में कौन सा देश कहां तक जाकर गैस निकाल सकता है तुर्की देश की समुद्री सीमा का सम्मान नहीं कर रहा है जिससे झगड़ा बढ़ गया है और अब प्रांत के बाद भारत के साथ ग्रीस के मजबूत होते संबंध तुर्की के लिए कहीं से भी गुड न्यूज़ नहीं है क्योंकि तुर्की के भारत से भी संबंध किसी भी रूप में भी अच्छे नहीं है
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