Postpe fake NOC letter: भारत पे की सब्सिडी कंपनी पोस्टपे (Postpe) इन दिनों अपने ग्राहक को जाली नो ऑब्जेक्शन लेटर (fake noc certificate) दे रही है। हम इस बात को ऐसे ही नहीं कह रहे हैं हाल ही में पोस्टपे (PostPay) के ग्राहक ने अपना पोस्टपे लोन अकाउंट बंद करने के बाद कंपनी से अनापत्ति प्रमाण पत्र की मांग की तो सबसे पहले कंपनी ने अनापत्ति प्रमाण पत्र देने से आनाकानी करना शुरू कर दिया ग्राहक द्वारा कंपनी को बार-बार ईमेल करने के बाद पोस्टपे ने थक हार कर ग्राहक को अनापत्ति प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाया।
Postpe fake NOC letter प्राप्त करने के बाद ग्राहक की बात Postpe सुनने को तैयार नहीं!
जब ग्राहक को पोस्ट पे द्वारा जाली एनओसी प्राप्त होने के बाद उसने कंपनी से संपर्क साधने का प्रयास किया तो कंपनी ग्राहक को अनापत्ति प्रमाण पत्र को दुरुस्त करके देने में तकरीबन 1 महीने से ज्यादा का समय लगा चुका है और पोस्ट पेने इस खबर को लिखने तक ग्राहक को अनापत्ति प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं करवाया है

ग्राहक पोस्टपे के सभी प्लेटफार्म जैसे इमेल टि्वटर के माध्यम से संपर्क साधने प्रयास किया तब पोस्टपे ग्राहक को यह कह कर और समय की मांग की वाह इस मामले की अंदरूनी जांच कर रहे हैं शायद पोस्टपे के लिस्ट में पहला ग्राहक नहीं होगा जिसे अनापत्ति प्रमाण पत्र के नाम पर जाली एनओसी दे दिया गया हो
Postpe कैसे अपने ग्राहकों को जाली एनओसी दे रहा है!
ग्राहक को मिली अनापत्ति प्रमाण पत्र को देखने के बाद यह साफ प्रतीत होता है की अनापत्ति प्रमाण पत्र जाली है अनापत्ति प्रमाण पत्र में लोन वितरण डेट 27 नवंबर 2021 है और लोन क्लोजिंग डेट 24 अक्टूबर 2021 है।

यह कैसे संभव है कि कोई व्यक्ति नवंबर महीने में लिया गया लोन उसी वर्ष अक्टूबर महीने में बंद कर देता है हो सकता है यह पोस्टपे की किसी कर्मचारी का चूक हो। पर कंपनी को इस चूक को ठीक करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और ग्राहक को जल्द से जल्द समाधान देना चाहिए।
इसके अलावा इस लोन की सही जानकारी सिविल ब्यूरो को भी कंपनी ने उपलब्ध नहीं करवाई है ग्राहक के अनुसार उसके सिविल खाते में अभी तक यह लोन सक्रिय दिख रहा है। ग्राहक ने मिहि न्यूज़ को बताया की कंपनी अगर जल्द से जल्द उसकी बातों को नहीं सुनती है और इसी प्रकार से वह ग्राहकों की समस्या को अनदेखा करते रहेगी तो वह बहुत जल्द आरबीआई को इस संबंध में शिकायत करेगा।
लोन बंद होने के बाद आप इन बातों का रखें ध्यान
जब भी आप किसी बैंक या एनबीएफसी कंपनी से लोन लेते हैं और उस लोन को बंद कर देते हैं तो आपको यह सुनिश्चित करने के लिए कि क्या बैंक या एनबीएफसी कंपनी ने आपके लोन खाते को अपनी तरफ से बंद किया है या नहीं एनबीएफसी या बैंक से अनापत्ति प्रमाण पत्र की मांग अवश्य करें
अगर संभव हो तो आप अपने सिविल खाते में लोन बंद होने के 90 दिनों के बाद यह जरूर चेक करें कि क्या कंपनी ने आपके सिविल खाते से इस लोन के बारे में सही जानकारी अपडेट की है या नहीं इस तरह से आप भविष्य में आने वाली सिविल स्कूल की समस्या से बचे रहेंगे।
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