Ritu Jaiswal: रितु जायसवाल (Ritu Jaiswal) 2015 में बिहार मुखिया चुनाव में अपनी बड़ी जीत दर्ज करने के बाद रितु जायसवाल का नाम बिहारी नहीं पूरे देश में चर्चा का विषय बनी रही। हालांकि इस साल रितु जायसवाल (Ritu Jaiswal) ने बिहार मुखिया चुनाव के लिए अपना नॉमिनेशन नहीं करवाया था।
इस बार उनके पति अरुण कुमार चौधरी (Arun Kumar Choudhary) ने मुखिया पद के लिए बड़ी जीत दर्ज कर ली है। अरुण कुमार चौधरी अपनी जीत का प्रेरणा अपनी पत्नी रितु जायसवाल को बताते हैं। और अरुण बताते हैं कि “जो काम अधूरे रह गए थे। जिसे मेरी पत्नी ने समय के अभाव में पूरा नहीं कर पाई थी। वह सारे काम अब मैं पूरा करके दिखाऊंगा।”
कौन है Ritu Jaiswal wikipedia
रितु जायसवाल (Ritu Jaiswal) बिहार में सीतामढ़ी के सिलवानी पंचयत से 2015 में मुखिया चुनाव में 1800 से ज्यादा वोट से जित हासिल की थी। ये जित कभी बड़ी थी क्योंकी मुखिया चुनाव में जित के लिए ज्यादा से ज्यादा 100 से 180 वोटो का अंतर रहता है। पर रितु जायसवाल (Ritu Jaiswal) ने 1800 से ज्यादा वोटो से जीता था। रितु जब मुखिया बनी तब से केवल दो वर्ष में ही अपने पंचयत सिलवानी का रूप रेखा बदल दिया।

रितु जायसवाल जब पहली बार अपने ससुराल आई थी !
रितु के पति एक आईएएस (IAS) अधिकारी थे और वो भारत की राजधानी दिल्ली में अपने पति के साथ रहती थी। रितु जायसवाल अपने एक इंटरव्यू में बताती है। की वो जब अपनी शादी के बाद पहली बार अपने ससुराल बिहार के सीतामढ़ी के सिलवानी पंचयत में आई तो वह वहा की स्थिति देखा कर उनको कभी दुख हुआ। उस गांव में उस समय तक बिजली का कोई नामोनिशान नहीं था।
वहा की सड़क मिट्टी की थी। उस पंचयत की औरत नित्य क्रिया करने के लिए खेतो में या सड़क के किनारे जाती थी। रितु जायसवाल ने मुखिया बनते ही इन सभी मास्लो पर ध्यान दिया और 2 महीने के अंदर स्वच्छ भारत अभियान के तहत 2200 शौचालय बनवाने का पुरे भारत में एक नया रिकॉर्ड बनाया और आज के समय वहां की कोई भी औरत या बच्चे खेतो में या सड़क पर शौच करने नहीं जाते है
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